उत्तराखंड में एक नई राजनीति की नींव रख चुके उमेश कुमार! हरिद्वार। लोकसभा चुनाव में बतौर निर्दलीय प्रत्याशी अपना दमखम दिखा चुके उमेश कुमार उत्तराखंड की राजनीति में एक नया पिल्लर खड़ा कर चुके हैं। हरिद्वार सीट पर दो पूर्व मुख्यमंत्रियों हरीश रावत और त्रिवेंद्र रावत के पक्ष में देश के कई बड़े बड़े नेताओं के सामने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर उमेश कुमार ने 14 विधानसभाओं के प्रत्येक बूथ पर न सिर्फ अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई बल्कि कई बूथों पर ताजा रुझानों के मुताबिक पहले नंबर की पोजिशन पर हैं। उमेश कुमार ने इस चुनाव को लड़कर इन 14 विधानसभाओं में अपनी मजबूत टीम भी खड़ी कर दी है जो एक बड़ा संगठन बन गया है। बिना किसी पार्टी के इतना बड़ा संगठन खड़ा करके उमेश कुमार ने आने वाली राजनीति में नए परिवर्तन के भी संकेत दे दिए हैं। दरअसल इस सबके पीछे और उमेश कुमार का ग्राफ बढ़ने के पीछे एक बड़ा महत्वपूर्ण कारक ये माना जा रहा है कि उमेश कुमार इसलिए जनता के बीच में पसंद किए जा रहे हैं क्योंकि उनके जनता के काम करने का अंदाज लोगो को पसंद आ रहा है ।उमेश कुमार सभी जाति धर्मो को साथ लेकर कर्म करने की राजनीति की भी नीव रख चुके हैं। उमेश कुमार उत्तराखंड के एक अकेले ऐसे विधायक हैं जो बतौर विधायक चुनकर तो हरिद्वार की यूपी सीमा से लगे खानपुर से आए हैं लेकिन उनके साथ धारचूला से लेकर नीति माणा और काशीपुर से लेकर जौनसार तक की जनता जुड़ी हुई है। भले ही इस लोकसभा चुनाव का परिणाम कुछ भी रहे लेकिन उमेश कुमार ने पूरा चुनाव दमखम के साथ तो लड़ा ही है वहीं उत्तराखंड में आने वाले चुनावों के समीकरणों को साधने की गणित भी बना ली है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि आज उमेश कुमार ने हरिद्वार की राजनीति में एक पौधे