हरिद्वार जनपद का सबसे बड़ा दुर्भाग्य यह है कि जब यहां के किसानों के गंभीर मुद्दे को खानपुर विधायक उमेश कुमार सदन में वेल से बाहर जाकर हाथों में बैनर लिए जोरदार तरीके से उठा रहे थे और उन्हें सदन की स्पीकर बार-बार चुप रहने के लिए कह रही थी तो वही मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार भी उनसे लगातार आग्रह कर रहे थे कि आपका किसानों के मुद्दे को गंभीरता से लिया जाएगा जहां-जहां किसानों का नुकसान हुआ है उसका निरीक्षण और आकलन पूरे जनपद में किया जाएगा इसी दौरान जनपद हरिद्वार के ही लक्सर से विधायक मोहम्मद शहजाद हंसी – ठहाका लगाकर उमेश कुमार के द्वारा किसानों के मुद्दे को विधानसभा के अंदर फिक्स बताकर मजाक उड़ाने का काम कर रहे थे
जैसे ही उमेश कुमार ने अपनी बात को मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद पूरा किया उसके बाद उमेश कुमार ने अपनी कुर्सी पर पहुंचने के बाद शहजाद विधायक से पूछा कि आप जनपद हरिद्वार से आते हैं लेकिन इसके बावजूद आप इस गंभीर मुद्दे पर चुप क्यों हैं उमेश कुमार ने शहजाद को आईना दिखाते हुए जमकर – फटकार लगाई और बोले मुझे दूसरों विधायकों में ना गिनने की कोशिश मत करना -उमेश कुमार ने कहा कि बिजली के बिल माफ़ किए जाए, जारी की गई आरसी वापस ली जायें और हरियाणा पंजाब की तर्ज़ पर बिजली मुफ़्त की जाये।विधायक खानपुर को अध्यक्ष ने बैठने की बात की तो वो नहीं बैठे , संसदीय मंत्री ने आश्वासन दिया तो भी नहीं हटे वेल से आख़िरकार मुख्यमंत्री को खड़े होकर आश्वासन दिया तब जाकर कहीं शांत हुए। इस बीच विधायक शहज़ाद द्वारा हल्की टिप्पणी किए जाने पर भड़क गये उमेश कुमार दोनों में तीखी बहस हो गई।खानपुर विधायक उमेश कुमार ने साबित कर दिया। भरीं विधानसभा में हरिद्वार जनपद के किसानों पर हो अरही अत्याचार के ख़िलाफ़ अध्यक्ष के सामने वेल में पहुँच गये। पहली बार कोई उत्तराखण्ड का अकेला निर्दलीय विधायक वेल में पहुँचा। उमेश कुमार यही नहीं रुके उन्होंने सरकार पर लगातार किसान विरोधी होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि किसानों की आरसी काटी जा रही है , बिजली के बिलों पर पेनल्टी लगाई जा रही है , फसल के बीमा का भुगतान नहीं किया जा रहा।