रिपोर्ट मनीष ग्रोवर)
वैसे तो डॉक्टर को भगवान का दर्जा दिया जाता है ऐसे ही एक डॉ. राजेंद्र पाल जो गरीबों के लिए मसीहा है जो पिछले 54 सालों से रुड़की में चिकित्सा की सेवाएं दे रहे हैं और आसपास के गरीब मरीजों का कम पैसों में इलाज करते हैं यह यह कह सकते हैं कि डॉ आर. के. पlल गरीब मरीजों के लिए मसीहा है वही डॉ साहब ने रविवार 25/05/2025 मैं देहरादून में जाकर बैडमिंटन में पार्टिसिपेट किया
और रुड़की का भी नाम रोशन किया है देहरादून में सेकंड स्टेज मास्टर स्पोर्ट्स 2025 में डॉ राजेंद्र पाल जिनकी उम्र लगभग 70+ साल है वही देहरादून में गोल्ड मेडल जीत का रुड़की का नाम रोशन किया है! इससे पहले इसी साल में डॉ आर.के. पाल ने चंडीगढ़ में सिल्वर मेडल जीत चुके हैं अब बोलेगा रुड़की के संवाददाता मनीष ग्रोवर ने डॉक्टर साहब से बात की तो उन्होंने बताया
कि अपने बिजी शेड्यूल से समय निकालकर मैं बैडमिंटन प्रैक्टिस करता हु और पिछले लंबे समय से एक अच्छे खिलाड़ियों में मेरी पहचान होती है!डॉक्टर साहब का कहना है कि मैं डेली प्रैक्टिस के लिए भी जाता हूं और लोगों की माने तो बैडमिंटन के अच्छे प्लेयर माने जाते हैं डॉक्टर साहब युवाओं के लिए, बुजुर्गों के लिए और बच्चों के लिए एक प्रेरणा बने हैं
डॉ साहब इस अवस्था में भी अपना बढ़-चढ़कर बैडमिंटन में योगदान देते हैं और रुड़की में गोल्ड मेडल और सिल्वर मेडल लॉकर रुड़की का नाम रोशन किया कल रविवार से ही डॉ आर.के. पाल को उनके रिश्तेदार, मित्र, सभी फोन करके बधाइयां दे रहे है









