शीर्षक: यातायात जागरूकता कार्यक्रम के जरिए रुड़की के विद्यार्थियों को बनाया गया सड़क सुरक्षा का दूत
दिनांक: 7 नवंबर, 2025
स्थान: कन्हैयालाल पॉलिटेक्निक कॉलेज रुड़की, हरिद्वार ।

हरिद्वार पुलिस के *यातायात विभाग (रुड़की* )द्वारा आज कन्हैयालाल पॉलिटेक्निक कॉलेज, रुड़की में एक विशेष *यातायात जागरूकता कार्यक्रम* का आयोजन किया गया। जनपद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय के आदेशानुसार एवं पुलिस अधीक्षक (यातायात) के निर्देशन में आयोजित इस कार्यक्रम का मुख्य *उद्देश्य युवा पीढ़ी को यातायात नियमों के प्रति संवेदनशील बनाना और सड़क दुर्घटनाओं को रोकने में उनकी भूमिका को मजबूत करना था* ।


कार्यक्रम के दौरान यातायात उपनिरीक्षक श्री सुनील सती ने लगभग *100 विद्यार्थियों* को संबोधित किया। *पीपीटी प्रस्तुति* के माध्यम से ट्रैफिक सिग्नल, साइन बोर्ड और यातायात लाइट के महत्व को विस्तार से समझाया। साथ ही, वाहन चालकों की लापरवाही से होने वाली दुर्घटनाओं के मुख्य कारणों पर विस्तृत चर्चा की।
इस कार्यक्रम की विशेषता रही *जीवनरक्षक योजनाओं* पर विस्तृत प्रकाश डालना। दुर्घटना के बाद के ‘ *गोल्डन आवर’* के महत्व को रेखांकित किया और घायलों की मदद करने वाले *’गुड समरिटन (राह-वीर) योजना* ‘ के तहत सामान्य नागरिकों के अधिकारों से अवगत कराया। इस योजना के तहत एक ‘ *नेक व्यक्ति’* किसी भी कानूनी परेशानी के डर के बिना घायल की मदद कर सकता है।
साथ ही, ‘ *जीवन रक्षक योजना* ‘ की जानकारी देते हुए बताया गया कि सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को गोल्डन आवर के दौरान सरकारी मान्यता प्राप्त अस्पतालों में 1.5 लाख रुपये तक का निःशुल्क उपचार उपलब्ध कराया जाता है।
यातायात उपनिरीक्षक श्री सुनील सती ने कहा, ” *युवा हमारे समाज का सबसे सक्रिय और प्रभावशाली हिस्सा हैं। यदि वे यातायात नियमों का पालन करना सीख जाएं और आपात स्थिति में सही तरीके से मदद करना जान जाएं, तो सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने में बहुत मदद मिलेगी। आज के ये विद्यार्थी कल सड़क सुरक्षा के दूत बनेंगे।”
*कार्यक्रम को प्रायोगिक उदाहरणों और इंटरैक्टिव सत्रों के माध्यम से इस तरह से डिजाइन किया गया था कि विद्यार्थियों की रुचि बनी रहे और वे जटिल नियमों को आसानी से समझ सकें।*









