नदियों का सीना छलनी: नंदा कॉलोनी में खनन माफियाओं का कहर, कानून व्यवस्था पर उठे सवाल
रुड़की/लंढौरा: दिन-रात नदियों का सीना छलनी करने वाले खनन माफियाओं के हौसले दिन-ब-दिन बुलंद होते जा रहे हैं। लंढौरा के नंदा कॉलोनी क्षेत्र में लगभग 20 फुट तक भराव किए जाने की सूचना ने स्थानीय लोगों में रोष और चिंता को जन्म दे दिया है। अवैध खनन का यह खेल प्रशासन और कानून व्यवस्था की नाकामी की पोल खोल रहा है।
प्रतिदिन सुबह और शाम को खनन माफियाओं के ट्रैक्टर-ट्रालियां, डंपर और भारी वाहन नदियों में बेखौफ घुसते हैं और उपखनिज सामग्री से लदे निकल जाते हैं। यह स्थिति केवल लंढौरा की नहीं है—जिलेभर का परिदृश्य देखा जाए तो लगभग हर नदी पर अवैध खनन का यही आलम है। नंद कॉलोनी में अधिकतर पहाड़ी लोग निवास कर रहे हैं उनके द्वारा अब बोलेगा रुड़की को शिकायत की गई है की देर रात खनन के डंपर कॉलोनी से गुजर रहे हैं जिसका खौफ छोटे-छोटे बच्चों में भी देखने को मिल रहा है
अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई के नाम पर प्रशासन कभी-कभार छापेमारी तो करता है, लेकिन माफिया के तंत्र के आगे अक्सर बौना साबित होता है। छिटपुट कार्रवाई से ना तो खनन रुक रहा है और ना ही पर्यावरण को हो रहे नुकसान पर विराम दिख रहा है।
पुलिस पर उठ रहे सवाल
खनन माफिया के खिलाफ कार्रवाई न होने से पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि लगातार शिकायतों के बावजूद ठोस कार्रवाई नहीं हो रही। ऐसे में यह संदेह गहरा होता जा रहा है कि क्या पुलिस की मौन सहमति से यह अवैध कारोबार पनप रहा है?









