(मनीष ग्रोवर रुड़की)
हरिद्वार। शहरी विकास मंत्री ने एकल आवासीय तथा गैर एकल आवासीय मानचित्रों की स्थिति की समीक्षा करते हुए कहा कि आवासीय मानचित्रों को 15 दिन के भीतर तथा व्यवसायिक मानचित्रों को 30 दिन में पास किया जाए। उन्होंने कहा कि जिन मानचित्रों में कमियां पाई जाती हैं उन मानचित्रों पर बार-बार आपत्ति न लगाते हुए केवल एक बार ही आपत्ति लगाकर उसका निस्तारण कर लिया जाए तथा मानचित्रों को निरस्त करने के कारणों का स्पष्टता से उल्लेख किया जाए।
मंत्री ने अवस्थापना के कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि एचआरडीए द्वारा अवस्थापना मद में अनेक कार्य किये जा रहे हैं जिनमें से कई कार्य पूर्ण हो चूके हैं तथा शेष कार्य आगामी कुछ दिनों में एचआरडीए द्वारा पूर्ण कर लिये जायेंगे। उन्होंने एचआरडीए द्वारा किये जा रहे कार्यों जैसे पार्किंग निर्माण, जल निकासी के कार्य, बाल सुधार गृह का नवीनीकरण, कुष्ठ रोगियों के लिए निवास स्थान का निर्माण तथा तहसील कॉम्पलैक्स का निर्माण कार्य आदि के बारे में अधिकारियों से विस्तृत चर्चा की तथा शेष कार्यों को जल्द से जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिये।
मंत्री ने अनधिकृत कॉलोनियों के संबंध में भी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि ड्रोन के माध्यम से भी अनधिकृत कॉलोनियों पर नजर रखी जा रही है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि पूर्व में विकसित अनधिकृत कॉलोनियों पर सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए तथा इस तरह की अनधिकृत कॉलोनियों का निर्माण न हो सके इसके लिए विभाग द्वारा आवश्यक कदम उठाए जाएं।
शहरी विकास मंत्री ने एचआरडीए द्वारा किये जा रहे पार्कों के निर्माण की भी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि इन पार्कों का नवीनीकरण किया जा रहा है जिसमें अत्याधुनिक सुविधाएं जैसे जिम तथा बच्चों को खेलने के लिए पर्याप्त स्थान प्राप्त होगा। मंत्री ने एचआरडीए द्वारा निर्मित प्लॉटों की भी जानकारी प्राप्त की।
उन्होंने कहा कि एचआरडीए द्वारा निर्मित प्लॉट विभाग की सम्पत्ति है जिनको जल्द से जल्द विक्रित करने हेतु विभाग द्वारा आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में एचआरडीए द्वारा किये जाने वाले कार्यों की गुणवत्ता में और अधिक सुधार आयेगा। उन्होंने कहा कि हमारा सदैव प्रयास रहा है कि जनता के लिए किये जाने वाले विकास कार्यों में किसी भी प्रकार की कोताही न बरती जाए।
बैठक में उपाध्यक्ष एचआरडीए अंशुल सिंह, सचिव उत्तम सिंह चौहान, ई.ई., एचआरडीए, टी.पी. नौटियाल, डीएस रावत एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।