प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल संगठनात्मक जि ला ,रुड़की द्वारा आज नगर के विभिन्न बाजारों में ऑनलाइन व्यापार के विरोध में एक उपभोक्ता अपील अभियान चलाया गया ।
इस अवसर पर जिला अध्यक्ष सौरभ भूषण शर्मा ने कहा कि हमें अपने त्योहार पर एवं रोजमर्रा के समान हमेशा स्थानीय व्यापारियों से ही खरीदना चाहिए ताकि वह लोग भी त्यौहार मना सके हमें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि हमारे सुख-दुख में हमेशा एक स्थानीय व्यापारी ही हमारे साथ खड़ा होता है जब भी कोई संस्था कोई कार्यक्रम करती है तो स्थानीय व्यापारी से ही सहयोग मांगा जाता है चाहे वह सामाजिक या धार्मिक कार्यक्रम हो सब में स्थानीय व्यापारियों से ही सहयोग दिया जाता है। हम सभी व्यापारी संगठनों एवं सामाजिक, धार्मिक संगठनों के अथक प्रयासों से ही यह संभव हो पाएगा की ऑनलाइन व्यापार कम हो और हमारे शहर में खराब आर्थिक स्थिति से गुजर रहे व्यापारियों को एक नया जीवनदान मिले।
व्यापार मंडल का एक छोटा सा प्रयास है जिसे आपके सहयोग से बड़ा बनाने का जिम्मा हम सबका है।
इस अवसर पर जिला महामंत्री विभोर अग्रवाल ने कहा कि हम सब व्यापारियों को भी इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि हम भी जब कोई सामान खरीदें तो वह लोकल स्थानीय व्यापारी से ही खरीदें क्योंकि हमने अक्सर यह देखा है कि किसी की अगर कपड़े की दुकान है तो वह दूसरे को तो ज्ञान देता है कि कपड़ा मेरे यहां से खरीदना ऑनलाइन मत लेना लेकिन स्वयं अन्य वस्तुएं जैसे मोबाइल टीवी कंप्यूटर अन्य खाने-पीने की सामग्री ऑनलाइन खरीदता है जबकि हमें इन चीजों से बचना चाहिए हमें भी यह सोचना चाहिए कि जब हम यह चाहते हैं कि सब हमसे सामान खरीदें तो हमें भी दूसरे व्यापार में उनका सहयोग देना चाहिए और साथ ही हमें अगली पीढ़ी को भी यह समझाना होगा कि ऑनलाइन सामान ना खरीद कर स्थानीय व्यापारी से सामान खरीदा जाए साथ ही हमें रेहडी पटरी वालों से भी सामान लेने से बचना चाहिए
इस अवसर पर जिला कोषाध्यक्ष संध्या अरोड़ा जी ने कहा कि आज समय की मांग है कि हम संगठित होकर स्थानीय दुकानदारों को सपोर्ट करें और यह ध्यान रखें की कभी भी किसी के बुरे वक्त में पड़ोसी ही काम आता है और कोई नहीं अक्सर हम नहीं है सुना है कि लोग बात कहते हैं की ऑनलाइन सामान सस्ता होता है बाजार में इतना सस्ता क्यों नहीं मिलता हमें इस चीज को यह भी समझ ना होगा की बाजार के व्यापारी को अपने साथ-साथ अपनी लेबर का परिवार भी देखना होता है साथी अन्य प्रकार के टैक्स जिससे देश का विकास होता है जैसे नगर निगम के टैक्स बिजली का बिल आदि खर्च भी एक दुकानदार ही देता है ऑनलाइन वाला नहीं