
शाहिद में है रक्तदान कर दूसरों की जान बचाने का जुनून, दूसरों को भी कर रहे प्रेरित 7 महीने की बच्ची को रक्त देकर बचाई बच्चे की जान शाहिद भाई ने 20 किलोमीटर दूर आकर रुड़की में रक्तदान कर मासूम 7 महीने की बच्ची का जीवन बचाया आपको बता दें
रुड़की में एक अस्पताल में 7 महीने की मासूम बच्ची अपनी मौत और जिंदगी से लड़ रही थी डॉक्टर ने बताया की एबी नेगेटिव की प्लेटलेट्स बच्चे की जिंदगी बचा सकती हैं तभी रक्तदान महादान इंसानियत ट्रस्ट के अध्यक्ष अनस गाजी ने अपनी टीम से संपर्क किया
और रुड़की से 20 किलोमीटर दूर इकबालपुर में शाहिद भाई सब काम छोड़कर मासूम बच्ची की जान बचाने के लिए अस्पताल पहुंचे कहते है सबसे बड़ा दान होता है रक्तदान रक्त ना मिलने की वजह से लोगों को बहुत परेशानियों का सामना उठाना पड़ता है लेकिन शाहिद जैसे जांबाज जो लोगों की जिंदगी बचाना अपना पहला फर्ज समझते हैं रक्तदान को लेकर अभी भी समाज में ऐसी मानसिकता बनी हुई है
कि रक्तदान करने के बाद शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं होता। रक्तदान करने से किसी भी तरह का नुकसान तो नहीं है बल्कि स्वास्थ्य को लेकर फायदे बहुत हैं। विशेषज्ञों का दावा है कि रक्तदान से हार्ट अटैक जैसे खतरे कम हो जाते हैं। छिपी हुई बीमारियों का समय से पता चल जाता है। सबसे बड़ी बात आपके रक्तदान करने से दूसरे की जिंदगी बच जाती है