रुड़की। मदरहुड विश्वविद्यालय के विधि संकाय द्वारा 14 नवंबर 2025 को बाल दिवस के अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (DLSA) हरिद्वार के दिशा-निर्देशानुसार वाद-विवाद और पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिताओं का सफल आयोजन किया गया। यह आयोजन कुलपति प्रो. (डॉ.) नरेंद्र शर्मा की अनुमति से संचालित हुआ।

विधि संकाय के अधिष्ठाता प्रो. (डॉ.) जयशंकर प्रसाद श्रीवास्तव ने बताया कि प्रतियोगिताओं का उद्देश्य बच्चों के लैंगिक अपराधों से संरक्षण (POCSO Act 2012), शिक्षा के अधिकार एवं बाल अधिकारों के प्रति छात्रों में जनजागृति लाना था। उन्होंने विजेता छात्रों को प्रमाण पत्र प्रदान किए और कहा कि इस तरह के आयोजन छात्रों को संवैधानिक एवं विधिक विषयों की गहरी समझ प्रदान करते हैं।

निर्णायक मंडल के सदस्य प्रो. (डॉ.) नीरज मलिक ने बताया कि सभी प्रतिभागियों का प्रदर्शन उत्कृष्ट था। पोस्टर मेकिंग में बीए एलएलबी द्वितीय वर्ष की वंशिका यादव प्रथम, आस्था त्यागी द्वितीय और एलएलबी प्रथम वर्ष की सायरा तृतीय रही। वहीं वाद-विवाद प्रतियोगिता में बीबीए एलएलबी द्वितीय वर्ष की टीम शगुन ने प्रथम स्थान हासिल किया।

असिस्टेंट प्रोफेसर विवेक कुमार, सचिव, निःशुल्क विधिक सहायता एवं परामर्श केंद्र ने बताया कि इस कार्यक्रम के माध्यम से छात्र-छात्राओं को विधिक अधिकारों और बाल संरक्षण कानूनों के प्रति जागरूक किया गया।
कार्यक्रम में विधि संकाय के समस्त प्राध्यापक शामिल रहे जिनमें एसोसिएट प्रो. (डॉ.) हरिचरण सिंह यादव, (डॉ.) नलनीश चंद सिंह, डॉ. संदीप कुमार, डॉ. विवेक सिंह, डॉ. जूली गर्ग सहित अन्य संकाय सदस्य उपस्थित रहे।
मदरहुड विश्वविद्यालय ने इस आयोजन के माध्यम से एक बार फिर समाजिक एवं विधिक मुद्दों पर छात्रों को जागरूक करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है।
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