विज़न से शुरू हुआ डीएम अंशुल सिंह का सफर! हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण में विकास की मिसाल कायम करने वाले अब अल्मोड़ा को देने जा रहे नई दिशा।वो अफसर जिसने हरिद्वार की तस्वीर बदली. रुड़की से लेकर गांवों तक विकास का नया नक्शा खींचा.और अब जिसकी ईमानदारी और विज़न पर अल्मोड़ा भरोसा जता रहा है।
जी हां, हम बात कर रहे हैं आईएएस अंशुल सिंह की —
जो हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण में बतौर वीसी अपने काम से चर्चा में रहे,और अब अल्मोड़ा के जिलाधिकारी (डीएम) के रूप में नई पारी की शुरुआत कर रहे हैं।

“विज़न से शुरू हुआ सफर – अब पहाड़ों की नई दिशा की ओर।”
हरिद्वार और रुड़की में विकास का नया अध्याय लिखने वाले अधिकारी अंशुल सिंह आज भी जनता के दिलों में एक भरोसे का नाम हैं बतौर वीसी, हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण (HRDA),उन्होंने कई ऐसे प्रोजेक्ट शुरू किए जिनसे न सिर्फ़ शहर का स्वरूप बदला,बल्कि विकास योजनाओं को आम जनता तक पहुंचाने में पारदर्शिता आई।
हरिद्वार शहर, रुड़की फ्लाईओवर, स्मार्ट रोड, सफाई अभियान, और HRDA की बैठकों के दृश्य)

अंशुल सिंह ने अपने कार्यकाल में स्मार्ट सिटी मिशन, हरित क्षेत्र विकास, और डिजिटल पोर्टल सिस्टम पर विशेष फोकस किया। उन्होंने HRDA में एक ऐसा ऑनलाइन पोर्टल सिस्टम तैयार करवाया जहां आम लोग बिना किसी दलाल या बिचौलिए के अपनी नक्शा स्वीकृति, बिल्डिंग परमिशन और शिकायत निवारणऑनलाइन कर सकते हैं।इस पारदर्शी व्यवस्था से प्रशासनिक कामकाज में गति भी आई और जनता को भरोसा भी।

हरिद्वार के विकास में अंशुल सिंह का योगदान सिर्फ़ इंफ्रास्ट्रक्चर तक सीमित नहीं रहा।उन्होंने खेल और युवा सशक्तिकरण को भी प्राथमिकता दी।हरिद्वार में खिलाड़ियों के लिए आधुनिक प्रशिक्षण मैदान,
स्कूलों में खेल कोर्स और ‘खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना’ जैसे प्रयासों ने सैकड़ों युवाओं को नई दिशा दी।
खिलाड़ियों से मुलाकात, खेल आयोजन, स्टेडियम विकास कार्य) अपनी ईमानदारी और सूझबूझ से उन्होंने हरिद्वार को विकास की राह पर आगे बढ़ाया।कई बार विपरीत परिस्थितियों में भी उन्होंने प्रशासनिक संतुलन बनाए रखा चाहे बात हो शहर की ट्रैफिक व्यवस्था की या पर्यावरण संरक्षण की।
अब वही विज़न और वही जुनून लेकर अंशुल सिंह अल्मोड़ा की कमान संभाल चुके हैं। उनकी प्राथमिकता होगी सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार को नई दिशा देना,और पर्वतीय जिले को विकास की मुख्यधारा से जोड़ना।

हरिद्वार में जो विकास की कहानी शुरू हुई,
अब उसका अगला अध्याय अल्मोड़ा में लिखा जाएगा।
विज़न, ईमानदारी और जनता के भरोसे का नाम —
डीएम अंशुल सिंह।









