उत्तराखंड समाजवादी पार्टी के प्रदेश महासचिव समीर आलम ने उत्तरकाशी के अंदर मस्जिद को लेकर जो तनाव हुआ एवं हिंदू संगठनों जनआक्रोश रैली शामिल अराजकतत्व द्वारा जो पथराव किया गया जिसमें उत्तराखंड पुलिस के अधिकारी एवं सिपाही घायल हुए अब प्रदेश सरकार क्या कहेगी क्या अभी भी कपड़ों से पहचान करेगी और दोषियों के घर बुलडोजर चलाने का काम करेगी या इसके खिलाफ भी कोई अलग से कानून लाएगी इस पूरे घटनाक्रम को लेकर समीर आलम ने प्रदेश सरकार पर बोला हमला समीर आलम ने कहा कि जब उत्तरकाशी जिला प्रशासन ने मुस्लिम पक्ष से मस्जिद एवं जमीन के कागज मांगे तो मुस्लिम पक्ष ने सभी कागज जिला प्रशासन उत्तरकाशी को दिखा दिए जिसको देखने के बाद जिला प्रशासन उत्तरकाशी ने मुस्लिम पक्ष को सही माना और मस्जिद को अवैध मानने से साफ मना कर दिया और अपनी रिपोर्ट में मस्जिद को वैध करार दिया फिर क्यों हिंदू संगठनों ने जन आक्रोश रैली क्यों करी और लोगों को भड़काकर मस्जिद को ध्वस्त करने के लिए अपील की क्या क्या हिंदू संगठन के हौसले इतने बढ़ गए हैं कि वह अपने आपको कानून से ऊपर मानते हैं या प्रदेश सरकार उनके सामने नतमस्तक है अगर नहीं है तो फिर धामी सरकार इन दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें अब तो यह बात साफ हो गई है की प्रदेश का माहौल एवं गंगा जमुना तहजीब को खत्म करने का काम भाजपा सरकार से ताल्लुक बताने वाले हिंदू संगठन कर रहे है इसमें किसी भी माफी की गुंजाइश नहीं है जैसे पुष्कर सिंह धामी को धाकड़ धामी कहा जाता है क्या अब इस प्रकार की कार्रवाई धाकड़ धामी उन लोगों के ऊपर भी कानूनी कार्यवाही करेंगे जिन्होंने प्रदेश का माहौल खराब करने का काम किया या बस मोन रहेंगे समाजवादी पार्टी यह मांग करती है की जो भी इस षड्यंत्र में शामिल है जो भी उत्तराखंड प्रदेश का माहौल खराब करने का काम करना चाहते हैं उनको जल्द से जल्द चिन्हित करके उनकी गिरफ्तारी हो और उत्तराखंड प्रदेश की फिजा में जो जहर घोलने का काम करना चाहते हैं उनको सलाखों के पीछे पहुंचने का काम प्रदेश सरकार की पुलिस करें और अगर प्रदेश सरकार दूसरे धर्म को लोकतंत्र में आजादी देने का काम नहीं कर सकती क्योंकि उनकी सरकार में लायन आर्डर बिगड़ा है मैं प्रदेश में रहने वाले हिंदू और मुसलमान से यह अपील करता हूं के शांति बनाए रखें और कानून पर भरोसा रखें सभी के साथ इंसाफ होगा और गलत करने वालों को छोड़ नहीं जाएगा