विशेष अतिथि व्याख्यान
दिनांक:7 जुलाई 2025 से 9 जुलाई 2025
विद्यालय में शैक्षणिक सत्र 2025-26 के अंतर्गत
विद्यार्थियों को मिला ‘Better Life’ जीने का प्रेरणादायक संदेश
चंद्रशेखर पब्लिक स्कूल, रुड़की में
सोमवार को कक्षा 8वीं एवं 9वीं के विद्यार्थियों के लिए “जीवन कौशल (Life Skill)” विषय पर एक विशेष व्याख्यान
आयोजित किया गया। कार्यक्रम का मुख्य विषय था “Better Life”, जिसके माध्यम से बच्चों को सकारात्मक सोच, आत्म-विश्लेषण और अच्छे जीवन के सूत्रों की जानकारी दी गई।
इस कार्यक्रम में श्री राजेश रमानी (भोपाल) एवं श्रीमति रेनू जी (रुड़की) बतौर विशेष अतिथि उपस्थित रहे। दोनों वक्ताओं ने अपने अनुभव साझा करते हुए विद्यार्थियों को जीवन में आने वाली चुनौतियों का सामना आत्मविश्वास और अच्छे गुणों के साथ करने की प्रेरणा दी।
व्याख्यान के दौरान बच्चों को एक रचनात्मक गतिविधि दी गई। उन्हें “My Better Life” शीर्षक से एक नोटबुक तैयार करनी थी। इस नोटबुक के पहले पृष्ठ पर पेन से अपने अच्छे गुणों को और दूसरे पृष्ठ पर पेंसिल से अपनी बुरी आदतों को लिखना था। इसका उद्देश्य था कि बच्चे स्वयं के व्यवहार को समझें और उसमें सुधार लाएँ।
अतिथियों ने बच्चों से संवाद करते हुए उन्हें बताया कि अनुशासन, ईमानदारी, समय का सदुपयोग और सहानुभूति जैसे जीवन मूल्य कैसे एक व्यक्ति को सफल और सुखी बना सकते हैं। कार्यक्रम की पूरी प्रक्रिया संवादात्मक और प्रेरक रही।
विद्यालय के प्रबंधक श्री अभिषेक चंद्रा जी तथा विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमति पूनम चंद्रा जी ने दोनों अतिथियों का आभार व्यक्त किया और कहा कि इस प्रकार के जीवन कौशल कार्यक्रम बच्चों के समग्र विकास के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। उन्होंने बताया कि अगला व्याख्यान 8 जुलाई 2025 को कक्षा 9वीं के तथा 9जुलाई 2025कक्षा 10 वीं के विद्यार्थियों के लिए आयोजित किया जाएगा।
यह कार्यक्रम विद्यार्थियों के लिए न केवल ज्ञानवर्धक रहा, बल्कि उन्हें आत्ममंथन और आत्मविकास की ओर भी प्रेरित कर गया। चंद्रशेखर पब्लिक स्कूल द्वारा किया गया यह प्रयास सराहनीय है जो शिक्षा को जीवन से जोड़ने का कार्य कर रहा है।
कार्यक्रम के समापन अवसर पर विद्यालय के प्रबंधक महोदय/महोदया अभिषेक चंद्रा जी, प्रधानाचार्या श्रीमति पूनम चंद्रा जी ने छात्रों को इस प्रकार के ज्ञानवर्धक आयोजनों से प्रेरणा लेने के लिए प्रेरित किया।
यह व्याख्यान निःसंदेह छात्रों के लिए अत्यंत लाभकारी एवं मार्गदर्शक सिद्ध हुआ, जिसने उनके बौद्धिक क्षितिज का विस्तार किया।









