रुड़की/उत्तराखंड।
रुड़की में संयुक्त मजिस्ट्रेट का पदभार संभालते हुए अब 4 महीने पूरे हो चुके हैं, और इन चार महीनों में IAS अधिकारी दीपक रामचंद्र शेट ने अपनी संवेदनशील, सक्रिय और पारदर्शी कार्यशैली से जनता का विश्वास जीतना शुरू कर दिया है। फरियादी, समाजसेवी और आम नागरिक—सभी का कहना है कि यह ऐसे अधिकारी हैं जो सच में जनता की बात सुनते भी हैं और उसी गंभीरता से समाधान भी करवाते हैं।स्थानीय नागरिकों का कहना है कि पिछले कई वर्षों में उन्होंने अनेक अधिकारियों को आते-जाते देखा, लेकिन संयुक्त मजिस्ट्रेट दीपक शेट की सहजता, सरलता और पारदर्शिता उन्हें एक अलग ही श्रेणी में खड़ा करती है। नागरिकों के मुताबिक, उनकी जनसुनवाई का अंदाज़ और त्वरित प्रतिक्रिया उन्हें जनता का “पहुँच में रहने वाला” अधिकारी बनाता है।
📌 जनता की बात को प्राथमिकता — जनसुनवाई में बढ़ी उम्मीदें
पिछले 4 महीनों में रोजाना दर्जनों लोग अपनी समस्याएँ लेकर संयुक्त मजिस्ट्रेट से मिलने पहुँच रहे हैं। अधिकांश फरियादी कहते है “ध्यान से सुनने वाले अधिकारी बहुत कम मिलते हैं। लेकिन सर ने हमारी बात जिस गंभीरता से सुनी, उससे भरोसा बढ़ा है कि हमारी समस्या का समाधान ज़रूर होगा।” भूमि विवाद, सरकारी योजनाओं से जुड़ी अड़चनें, सड़क-रौशनाई-पानी जैसी जनसुविधाएँ—हर मुद्दे पर दीपक शेट बारीकी से सुनाई करते नजर आए हैं और संबंधित विभागों को तुरंत कार्रवाई के निर्देश भी देते हैं।
📍 समाजसेवियों की भी सकारात्मक प्रतिक्रिया
रुड़की के विभिन्न सामाजिक संगठनों और समाजसेवियों ने संयुक्त मजिस्ट्रेट की कार्यशैली की खुलकर प्रशंसा की है। उनका कहना है:“दीपक शेट ईमानदार, सख्त और अत्यंत संवेदनशील अधिकारी हैं। जनहित को सर्वोपरि रखना उनकी पहली प्राथमिकता है।”समाजसेवी उम्मीद जता रहे हैं कि उनकी तैनाती से शहर के कई लंबे समय से लंबित मामलों और विकास कार्यों में तेजी आएगी।
📜 पिछली पोस्टिंग और प्रशासनिक पृष्ठभूमि
रुड़की में नियुक्त होने से पहले IAS दीपक रामचंद्र शेट पौड़ी गढ़वाल में संयुक्त मजिस्ट्रेट के पद पर कार्यरत थे। वहाँ भी उनकी कार्यशीलता, जनसंपर्क क्षमता और जनता-सेवी रवैया खूब सराहा गया।उनकी पूरी प्रशासनिक छवि एक ऐसे अधिकारी की है जो जमीनी स्तर पर जाकर काम करता है, हर समस्या की तह में जाता है और बिना दिखावे के समाधान खोजने में विश्वास रखता है
रुड़की में विकास और पारदर्शिता पर रहेगा फोकस पदभार ग्रहण करने के समय ही उन्होंने स्पष्ट कहा था कि रुड़की एक शिक्षा-नगरी है—यहाँ के लोग जागरूक और समझदार हैं। इसलिए प्रशासन का जनता के साथ सीधा संवाद और विश्वास बनाए रखना बहुत जरूरी है। उन्होंने अपनी प्राथमिकताएँ भी स्पष्ट की हैं किसी शिकायत को हल्के में नहीं लिया जाएगा कमजोर और वंचित वर्गों की समस्याओं को प्राथमिकता कार्यवाही में पारदर्शिता और जवाबदेही रुड़की में विकास कार्यों की गति बढ़ाना
📝 निष्पक्ष
चार महीनों के भीतर संयुक्त मजिस्ट्रेट दीपक रामचंद्र शेट की कार्यशैली ने रुड़की में एक सकारात्मक और भरोसेमंद माहौल बनाया है। जनसुनवाई में बढ़ती सक्रियता, पारदर्शिता और त्वरित निर्देशों ने जनता को यह महसूस कराया है कि अब रुड़की में एक ऐसा अधिकारी है जो सुनता भी है, समझता भी है और समाधान भी सुनिश्चित करवाता है।समाजसेवियों और नागरिकों के बढ़ते विश्वास ने यह संकेत दे दिया है कि आने वाले दिनों में रुड़की प्रशासन में और भी सकारात्मक बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
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