नई दिल्ली में आयोजित अंतरराष्ट्रीय समाजशास्त्रीय सम्मेलन में मदरहुड विश्वविद्यालय की उत्कृष्ट सहभागिता
नई दिल्ली में 02 से 06 दिसंबर तक आयोजित अंतरराष्ट्रीय समाजशास्त्रीय सम्मेलन “भू-राजनीति, मीडिया और राष्ट्र राज्यों पर अंतर्राष्ट्रीय अंतरिम सम्मेलन: स्थानीय और वैश्विक गतिशीलता” में मदरहुड विश्वविद्यालय, रुड़की ने प्रभावशाली उपस्थिति दर्ज की। विश्वविद्यालय के कला, मानविकी एवं सामाजिक विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता प्रो० (डॉ०) श्रीपाल चौहान ने इस सम्मेलन में सक्रिय भागीदारी करते हुए विश्वविद्यालय की शैक्षणिक पहचान को वैश्विक स्तर पर मजबूत किया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति आदरणीय प्रो. (डॉ.) नरेंद्र शर्मा ने कला, मानविकी एवं सामाजिक विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता प्रो० (डॉ० ) श्रीपाल चौहान एवं उनके सभी शोध छात्रों को शुभकामनायें दी और भविष्य में भी इसी प्रकार विश्वविद्यालय के विकास में अपना योगदान करने की अपेक्षा जाहिर की।
सम्मेलन के दौरान प्रो० (डॉ० ) श्रीपाल चौहान ने दो महत्त्वपूर्ण तकनीकी सत्रों की अध्यक्षता की, जिनमें प्रमुख समाजशास्त्रीय मुद्दों, समसामयिक सामाजिक चुनौतियों तथा शोध उन्मुख विमर्श को दिशा प्रदान की गई। इन सत्रों में अंतरराष्ट्रीय स्तर के समाजशास्त्रियों ने भाग लेकर विचारों का आदान-प्रदान किया।
इसके साथ ही, विश्वविद्यालय के कला, मानविकी एवं सामाजिक विज्ञान संकाय के छः शोधार्थियों द्वारा अपने शोध पत्रों का प्रस्तुतीकरण भी सम्मेलन में किया गया। इन शोध पत्रों ने विविध सामाजिक विषयों पर विश्वविद्यालय की शोध उत्कृष्टता को उजागर किया और प्रतिभागियों से सराहना प्राप्त की।
इस अंतरराष्ट्रीय मंच पर विश्वविद्यालय की सहभागिता न केवल ज्ञान-विनिमय का अवसर रही, बल्कि शोधार्थियों के लिए वैश्विक विद्वानों से संवाद एवं नेटवर्क निर्माण का महत्वपूर्ण माध्यम भी साबित हुई।
मदरहुड विश्वविद्यालय, रुड़की इस उपलब्धि को अपने शैक्षणिक और शोध उन्मुख मिशन का अभिन्न हिस्सा मानता है और भविष्य में भी ऐसे राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से भाग लेते हुए शोध एवं नवाचार को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।









