कलियर। विश्व प्रसिद्ध दरगाह साबिर पाक के खास खादिम रहे पीरो मुर्शिद हजरत बाबा गुलाम शाह जिलानी साबरी का 14वां उर्स उनके अकीदतमंदों/खलीफाओं द्वारा पिरान कलियर स्थित हज कमेटी के पीछे धूमधाम से मनाया गया। तीन दिन तक चले उर्स में सभी रस्मों को सूफी-संतों के पूरा उर्स संपन्न किया। कुल शरीफ, गुस्ल शरीफ, लंगर, महफिले कव्वाली के साथ अमन चेन की दुआ कराई गयी।
पिरान कलियर स्थित हज कमेटी के पीछे हजरत बाबा गुलाम शाह जिलानी साबरी का 14वां सालाना उर्स बड़ी शान ओ शौकत के साथ आज संपन्न हो गया। यह उर्स 24 अप्रैल से प्रारंभ होकर आज खत्म हो गया। जिसमें दरगाह शाह विलायत पानीपत के सज्जादानशीन हाफिज सय्यद मेराज साबरी की निगरानी में सभी रस्मों को पूरा किया गया। बाद नमाजे जौहर कुल शरीफ की रस्म के साथ चादरपोशी की गयी। साथ ही बाद नमाजे मगरिब गुस्ल शरीफ की रस्म सभी खलीफाओं/अकीदतमंदों के साथ मिलकर गुलाब जल, इत्र, संदल के साथ गौसे गौसे से आये अकीदतमंदों द्वारा चादरपोशी व गिलाफ बाबा जी दरगाह पर पेश किये गये। साथ ही देर रात महफिले कव्वाली का आयोजन किया गया। जिसमें दरगाह साबिर पाक के सज्जादानशीन शाह मंजर अली एजाज साबरी ने महफिल की सरपरस्ती की। महफिल में कुल शरीफ की रस्म के साथ प्रसाद/तोसा अकीदतमंदों को बांटा गया। महफिल में दम्मन निजाम साबरी के साथ उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले से आये सरफराज साबरी ने अपने कलाम पेश किये और जायरीनों का देर रात तक दिल जीता। शुक्रवार की सुबह बाबा जी की दरगाह पर कुल शरीफ की रस्म अदा करने के साथ सभी की दस्तारबंदी की गयी। इस अवसर पर सैकड़ों की तादाद में बाबा जी के चाहने वाले अकीदतमंद व खलीफा मौजूद रहे। अवसर पर सूफी मोहम्मद राशिद साबरी, बाबा मिस्सी शाह, शोराब साबरी, तस्लीम साबरी, शान साबरी, हाजी इस्तियाक, अब्दुल समद साबरी, शम्स अली, धर्मेंद्र साबरी, रियाज कुरैशी, रघु साबरी, लक्की साबरी, शिव साबरी, गुलजारी साबरी, प्रिंस साबरी, इस्तकार साबरी, अमन साबरी, मुस्तकीम बाबा, इरशाद साबरी, सय्यद शमशाद, सत्तार साबरी, गुलबहार साबरी, शफीक साबरी, मनव्वर साबरी, सलीम साबरी, मनव्वर कुरैशी, पत्रकार शब्बीर, सुहैब साबरी, हैदर साबरी, सलमान मलिक, मुजम्मिल अहमद, राव ईनाम साबरी, मुन्ताज साबरी, मेहताब साबरी, सुलेमान साबरी, नदीम साबरी, फैजान साबरी, अकरम साबरी आदि मौजूद रहे।