रुड़की। मदरहुड विश्वविद्यालय, रुड़की में राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा जागरूकता सप्ताह के अंतर्गत “साइबर क्राइम और साइबर सेफ्टी (Cyber Crime and Cyber Safety)” विषय पर एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) नई दिल्ली के निर्देशानुसार कंप्यूटर साइंस एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा आयोजित किया गया।
विभागाध्यक्ष डॉ. रविंद्र कुमार विश्वकर्मा ने विद्यार्थियों को साइबर अपराधों के बढ़ते खतरों और सुरक्षा उपायों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने कहा कि डिजिटल युग में “सावधानी ही सुरक्षा की पहली कुंजी है।” उन्होंने विद्यार्थियों को मजबूत पासवर्ड अपनाने, दो-स्तरीय सुरक्षा (Two-Factor Authentication) का प्रयोग
करने, संदिग्ध लिंक या ईमेल से बचने और सोशल मीडिया पर व्यक्तिगत जानकारी साझा न करने की सलाह दी। साथ ही किसी भी ऑनलाइन धोखाधड़ी की सूचना तत्काल संबंधित प्राधिकरण को देने पर जोर दिया।

कार्यक्रम की सफलता पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. (डॉ.) नरेंद्र शर्मा ने विभाग के शिक्षकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि “ऐसे आयोजन विद्यार्थियों के ज्ञानवर्धन के साथ-साथ उन्हें डिजिटल दुनिया के प्रति सजग बनाते हैं। भविष्य में भी इस प्रकार के कार्यक्रम नियमित रूप से आयोजित किए जाने चाहिए।”

कार्यक्रम के सफल संचालन में अरुण त्यागी, विष्णु, सचिन, पंकज, अभिषेक, नवनीत, दीपांशु और गायत्री का विशेष योगदान रहा। इन सभी ने तकनीकी सहायता और विद्यार्थियों के समन्वय में सक्रिय भूमिका निभाई।









