भीम आर्मी के प्रदेश महासचिव तेज प्रताप ने जल जीवन मिशन को लेकर खड़े किए सवाल, आखिर जांच के दौरान क्यों कराई जा रहे कार्य, विभाग के अधिकारियों के साथ ही जेई हिमांशु त्यागी पर लगाए भ्रष्टाचार के आरोप
रुड़की l भीम आर्मी के प्रदेश महासचिव तेज प्रताप ने केंद्र सरकार द्वारा संचालित जल जीवन मिशन को लेकर कार्यदायी संस्थान पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए सवालिया निशान खड़े किए हैंl उनका कहना है कि जांच के दौरान कमियों को छुपाने के उद्देश्य से निर्माण कार्य को करने में लगे हैं जबकि उनका साफ तौर पर कहना है कि विभाग द्वारा उक्त काम का पेमेंट भी कर दिया गया हैl इस संबंध में जब उन्होंने विभाग के अधिशासी अभियंता व जेई हिमांशु त्यागी से फोन पर बात की तो उन्होंने काम रुकवाने का आश्वासन दियाl
आपको बता दे कि केंद्र सरकार द्वारा संचालित जल जीवन मिशन हर घर जल को कार्यदायी जल संस्थान विभाग को जिम्मेदारी दी गई थी जिसमें विभागों ने सहायक एजेंसी के माध्यम से विभिन्न गांव में हर घर जल पहुंचने का कार्य तो किया लेकिन यह कार्य सही प्रकार हुआ या नहीं इसकी जानकारी विभाग के अधिकारियों ने नहीं ली बल्कि सरकारी धन की जमकर बंदर बाट की गईl इसकी शिकायत भीम आर्मी प्रदेश महासचिव तेज प्रताप सैनी ने विभाग से की थी लेकिन इसके बावजूद भी विभाग द्वारा लापरवाही करने पर आक्रोशित तेज प्रताप सैनी ने इस भ्रष्टाचार में लिप्त विभाग के अधिकारियों के साथ ही एसडीओ इंजीनियर राजेश चौहान व जेई हिमांशु त्यागी के खिलाफ जांच की मांग सरकार से कीl तेज प्रताप सैनी ने आरोप लगाया कि तीन चार महीने जाने के बाद भी विभाग द्वारा उक्त मामले की जांच नहीं कराई गई है इतना ही नहीं विभाग द्वारा अपने घोटालों को छुपाने के लिए पूर्व में न किए गए कार्य को चोरी छुपे किया जा रहा हैl उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द ही भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो वह एक बड़ा प्रदर्शन विभाग के कार्यालय पर करेंगेl चल रहे कार्य को लेकर उन्होंने विभाग के अधिशासी अभियंता के साथ ही जेई हिमांशु त्यागी से भी फोन पर बात की तो हिमांशु त्यागी ने बताया कि उक्त काम को रुकवा दिया जाएगाl अब सवाल यह खड़ा होता है कि जब जांच चल रही है तो जांच के बीच में किन गलतियों को छुपाने के लिए विभाग द्वारा निर्माण कार्य का जारी कर दिया गया है बताया तो यहां तक गया है की जो पाइप लाइन 1 मीटर की जगह डेढ़ 2 फीट पर डाल दी गई थी उनको भी रातों-रात 1 मीटर में कर दिया गया हैl सवाल यह भी खड़ा होता है कि जब कार्यदायी संस्था द्वारा कार्य ही पूरा नहीं किया गया था तो किस आधार पर उनका पेमेंट कर दिया गया है तेज प्रताप सैनी ने बताया कि उन्होंने इसकी शिकायत देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र सिंह मोदी के साथ ही जल शक्ति मंत्रालय भारत सरकार से भी की हैl उनका कहना है कि विभाग के अधिकारियों ने इस योजना को खुलकर पलीता लगाया हैl