रुड़की। उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में मैथोडिस्ट गर्ल्स पी.जी. कॉलेज, रुड़की के प्रांगण में शनिवार, 8 नवंबर 2025 को विज्ञान दिवस का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि डॉ. डी.सी. श्रीवास्तव (प्रोफेसर, अर्थ साइंस विभाग, सी.बी.आर.आई. रुड़की), डॉ. विनय कुमार त्यागी (वैज्ञानिक, एन.आई.एच. रुड़की), महाविद्यालय की प्रबंधिका मिस जे. सिंह एवं प्राचार्या डॉ. अमिता श्रीवास्तव द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया।
कार्यक्रम में अतिथि व्याख्यान, सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, पीपीटी प्रेजेंटेशन और विज्ञान प्रदर्शनी जैसी विविध गतिविधियों का आयोजन किया गया। महाविद्यालय परिवार ने मुख्य अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ एवं स्मृति चिन्ह देकर किया।
एनएसएस की स्वयंसेवी छात्राओं ने कार्यक्रम की शुरुआत स्वागत गीत से की, जिसके पश्चात डॉ. पायल अग्रवाल के नेतृत्व में रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं। इस अवसर पर एनएसएस का एक दिवसीय विशेष शिविर भी आयोजित किया गया, जिसमें छात्राओं ने विज्ञान एवं समाज से जुड़े विषयों पर अपनी रचनात्मकताका प्रदर्शन किया।

मुख्य अतिथि डॉ. डी.सी. श्रीवास्तव ने “अर्थ बिकम ए स्नोबॉल” विषय पर प्रेरणादायक व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने छात्राओं को जीव-जगत के विकास, महाद्वीपों के एकीकरण एवं पृथक्करण और स्नोबॉल अर्थ थ्योरी जैसे विषयों पर सरल व रोचक ढंग से जानकारी दी। वहीं डॉ. विनय कुमार त्यागी ने “वेस्ट वाटर मैनेजमेंट टू प्रोटेक्ट वाटर एनवायरनमेंट” विषय पर व्याख्यान दिया, जिसमें उन्होंने जल प्रदूषण, जलचक्र, जल संसाधन प्रबंधन और पर्यावरण संरक्षण पर छात्राओं को जागरूक किया।
कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय की डॉक्यूमेंट्री भी प्रदर्शित की गई। छात्राओं ने “डिजिटल देवभूमि”, “डिजास्टर मैनेजमेंट” जैसे विषयों पर शानदार पीपीटी प्रस्तुतियां दीं, जिन्हें उपस्थित अतिथियों ने खूब सराहा।
विज्ञान प्रदर्शनी में छात्राओं ने होलोग्राम, वायु प्रदूषण नियंत्रण, वॉटर और एयर प्यूरिफिकेशन सिस्टम, डीएनए मॉडल, पेपर फैक्ट्री, लग्जरी मॉल, वाटर टरबाइन, ऑटोमेटिक स्ट्रीट लाइट जैसे आकर्षक मॉडल प्रस्तुत किए। वहीं गृहविज्ञान विभाग की छात्राओं ने वेस्ट मटेरियल से उपयोगी वस्तुएं और पौष्टिक आहार का शानदार प्रदर्शन किया।
महाविद्यालय की प्रबंधिका मिस जे. सिंह एवं प्राचार्या डॉ. अमिता श्रीवास्तव ने मुख्य अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि — “उनके मार्गदर्शन से छात्राओं को विज्ञान की नई दिशा मिली है।”
कार्यक्रम में महाविद्यालय की सभी प्रवक्ताएं डॉ. अनुपमा वर्मा, डॉ. पायल अग्रवाल, डॉ. नीतू, डॉ. अमिता शर्मा, डॉ. नेहा, डॉ. अक्षिता, डॉ. आयशा, श्रीमती पारूल, एनसीसी सीटीओ वंदना चौहान, श्रीमती अंकिता, श्रीमती राधिका आदि उपस्थित रहीं।
विज्ञान, संस्कृति और रचनात्मकता से सजे इस आयोजन ने छात्राओं में नवाचार और वैज्ञानिक सोच की नई ऊर्जा का संचार किया।









